पारंपरिक शिक्षा मुख्य रूप से सैद्धांतिक ज्ञान पर ध्यान केंद्रित करती है, जबकि कौशल-आधारित शिक्षा व्यावहारिक कौशल पर जोर देती है जो वास्तविक दुनिया के परिदृश्यों में सीधे लागू होते हैं। कौशल-आधारित शिक्षा अक्सर अधिक व्यावहारिक, उद्योग-प्रासंगिक और रोजगार योग्य दक्षताओं को विकसित करने के लिए तैयार होती है।